
Share0 Bookmarks 53 Reads0 Likes
किस गली
वहाँ
जहाँ जिंदगी रहती थी कही
या वहाँ
जहाँ धाराएं
विपरीत सी...
तुम भी न
अजीब हो
बातें भी अजीब ही करते हो
फलक की बात और चाँद पे जज्बात
चलने का हुनर नहीं आया अबतक
और सितारों पे र
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments