Share0 Bookmarks 45678 Reads0 Likes
पानी न बचा नयनों में , दिल पूरा खाली है।
बिखरा बिखरा सा जहां , अंग अंग सवाली है।
मुदंतें गुजर गई कितनी, अधूरी सी अभी कहानी है।
सुखी नदी के ऊपर जैसे
No posts
No posts
No posts
No posts
पानी न बचा नयनों में , दिल पूरा खाली है।
बिखरा बिखरा सा जहां , अंग अंग सवाली है।
मुदंतें गुजर गई कितनी, अधूरी सी अभी कहानी है।
सुखी नदी के ऊपर जैसे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments