
घर से भी दूर एक परिवार है, नवोदय एक छोटा संसार है,
जहा एक से बढ़कर एक फूल हो नवोदय वो उद्यान है,
हमारे सर्वांगीण विकास में नवोदय का ही योगदान है।
यहां की चारदीवारी ने हमें हर समस्यायों से निकलना सिखाया,
यहां की गलियों ने हमें दौड़ना - भागना सिखाया,
जिन खेलों का सिर्फ नाम सुना था उसे खेलना सिखाया,
"स्वाद तो भूख में है" का परम ज्ञान बताया।
दोस्तों के साथ असंभव को संभव करना सिखाया,
मस्ती मजाक में नियमों को ताक पर रखना सिखाया,
किसी खास से दिल से मोहब्बत करना सिखाया ,
सबके भलाई के लिए राज को राज रखना सिखाया।
एकेडमिक ने हमे सपनो को हकीकत बनाने लायक बनाया,
असेंबली हॉल ने किसी के सामने बिना डरे बोलना सिखाया,
होस्टल ने मजे के साथ जिंदगी जीना सिखाया,
सात सालों में नवोदय ने हमें हर रोज बेहतर इंसान बनाया।
कहने को तो नवोदय सिर्फ एक संस्थान है,
लेकिन हमारे लिए यह एक परिवार है,
हम नवोदयन और नवोदय हमारी पहचान है।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments