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बेखबर थी मैं कि ,
दाव पर क्या लगा है
जब दिल हारा तो जाना कि ,
अब कुछ नहीं बचा है
दाव पर क्या लगा है
जब दिल हारा तो जाना कि ,
अब कुछ नहीं बचा है
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