Share0 Bookmarks 31385 Reads0 Likes
तुझे क्या कहूँ मेरी ज़िन्दगी बड़ी आज-कल से उदास है
कोई साथ हो तो यूँ लगता है कि हर एक शख़्स शनास है
अभी ज़िन्दगी की सहर हुई है अभी न देखा कोई समाॅं
तो ये पेड़ों की अभी सब्ज़-गाम न जाने क्योंकर उदास है
मेरे इस चमन को उजाड़ने कई आ गए यहाँ हादसें
मुझे आज तक उ
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments