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याद है वो पल भी मुझको,
जब तु मेरे पास में था,
दिल में मैं तुझको बसाकर,
बन गया मैं तेरा हमनुमा।
ना सह सका मैं उस घड़ी को,
जब तु मुझसे दूर था,
दिल पर मैं पत्थर जमा कर,
बस छोड़ चला दुनिया जहाँ।
~आशीष सिंह
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