
Share0 Bookmarks 14 Reads1 Likes
मंजिल मेरी… . दूर सही ,
राहों में भी… . शूल सही ,
पर हार मुझे… . मंजूर नहीं ,
लगे देर तो… . देर सही |
बनना है ....मुझे परवाज़ ,
दे दो मुझे ...उन्मुक्त आकाश ,
नित भरकर....ऊंची उड़ान ,
पाना है मुझे ....अपना मुकाम |
चाहे कंटक रोकें… मेरी राह ,
पर इसकी नहीं… मुझे परवाह,
कर सकती..... हर बाधा पार ,
बन के खुद.....अपना हथियार |
शायद होंगे … . घायल भी हम ,
पर बनेंगे अपनी… . मरहम हम ,
अब मंजिल पर ही… रुकेंगे कदम ,
उससे पहले… . ना थकेंगें हम |
बस मेरे पर ना….. काटो ना तुम ,
ना करो मुझे… तुम लहुलुहान ,
धीरे धीरे… . गिरते पड़ते ,
मैं पा लूंगी… अपना आकाश |
करके खुद पर… अटल विश्वास ,
निकल पड़ी … .. लिखने इतिहास ,
बढ़ते कदम… . बढ़ते इम्तहान ,
कल यही करेंगे… . मेरा संघर्ष बयान |
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments