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चित्राभिव्यक्ति

bhavnakumarivyasbhavnakumarivyas May 13, 2023
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भीतर के चित्ताआकाश में
बनते बिगड़ते सारे चेहरे
बाहर चित्र के रूप में 
अभिव्यक्त होते हैं 

चित्र वही उबर के आते हैं
जो अंतस में घट रहे होते हैं

यह चित्र क्रिया से बाहर 
आते हैं
प्रतिक्रिया में प्रकट होते हैं

जब भी भीतर से खुशी की ,
क्रिया होती 
बाहर दर्पण में भी खुशी की 
प्रतिक्रिया होती

भीतर उदासी छा जाती
वैसे ही बाहर उदासी
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