Share0 Bookmarks 45560 Reads2 Likes
तुम और तुम्हारी यादें
संजीवनी हैं मेरे लिए
दुनिया में कहीं भी रहो
दिल में मेरे ही तुम रहती हो
आत्मा का रिश्ता है वासना का नहीं
मैं जैसा हूं वैसा ही लिखता हूं
मैं प्यार में जीना चाहता हूं
साजिशों में नहीं
तुम एक तरफ
सारी दुनिया एक तरफ
तुम तुम नहीं तुम मैं हूं
तुम और तुम्हारी यादें&n
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments