Share0 Bookmarks 47157 Reads1 Likes
दिन रात
मैं तुम्हें याद करता हूं
तुम
कब मुझे अपना मानोगी
तुम्हारी धुन में ही मैं रहता हूं
अपने आस पास ही
तुम्हें महसूस करता हूं
तुम्हारे एहसासों में ही
मैं जिंदा रहता हूं
मैं तो तेरा हूं
तेरा हूं
तेरा हूं
कभी-कभी तो
मैं खाना पीना भी भूल जाता हूं
तुम्हारी यादों में
ऐसा मगन हो जाता हूं
तुम्हारे बिना
मेरा कोई वजूद नहीं
इंतजार है मुझे
तुम एक दिन कहोगी
<No posts
No posts
No posts
No posts
Comments