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मैं बावला हो जाता हूं

Bharat SinghBharat Singh November 28, 2022
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सज संवर के जब तुम आती हो 

नागिन सी जब तुम चलती हो 

धरती सी जब हिलती है 

मेरा दिमाग सन हो जाता है 

सामने तुम जब आते हो 

आंखें तुम जब मिलाती हो

मैं बावला हो जाता हूं 

 

बातें जब तुम मुझसे करती हो 

कोयल की सी मधुर आवाज 

जब कानों में मेरे पड़ती है 

मैं मस्त हो जाता हूं

तुम्हें देखता मैं रह जाता हूं 

बोल नहीं मैं कुछ पाता हूं

मैं बावला हो जाता हूं 

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