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जीने का बहाना मिल गया

Bharat SinghBharat Singh May 9, 2023
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जीने का बहाना मिल गया 

कविता में छुपा था खजाना 

मुझे वो खजाना मिल गया 

कविता लिखूंगा मैं

कविता पडूंगा मैं

कविता को पाऊंगा मैं

कविता को जिऊंगा मैं

कविता का मुझे सहारा मिल गया

जीने का बहाना मिल गया 

कविता में छुपा था प्यार

मुझे वह प्यार मिल गया

कविता को समझने के लिए 

कविता को पढ़ने के लिए 

बच्चों सा दिल चाहिए

मुझे वह दिल मिल गया

कविता से मेरा दिल मिल गया

जीने का बहाना मिल गया


कविता में छुपी थी करुणा

मानवता

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