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इंतजार है मुझे उस हमारी रात का
चांदनी रात में तारों की छांव का
अपनी चांदनी को जी भर के देखूंगा
उसकी आंखों में मैं डूब जाऊंगा
इंतजार है मुझे उस हमारी रात का
चांदनी रात में तारों की छांव का
अपनी कविता को सामने बिठा कर
अपनी सारी कविताएं सुनाऊंगा
हाल मैं उसको अपना सुनाऊंगा
तारों को साक्षी मान कर
ईश्वर से मैं उसको मांग लूंगा
इंतजार है मुझे उस हमारी रात का
चांदनी रात में तारों की छांव का
बाहों में उसको भर मैं तो झूम जाऊंगा
प्यार वाली धुन मैं बजाऊंगा
प्यार वाले गीत उसको सुनाऊंगा
अपने सपने को मैं जी भर जीवूँगा
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