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अब मन मेरा भटकता नहीं

Bharat SinghBharat Singh July 28, 2022
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अब मन मेरा भटकता नहीं

जब से तुमसे प्यार हुआ है

मुझे इंतजार करना आ गया

जब से तुमसे प्यार हुआ है मुझे जीना आ गया

तुम मेरी लव भी हो लव गुरु भी हो

जब से तुमसे प्यार हुआ है, मुझे लिखना आ गया

तुमसे प्यार करके ही मैं ईश्वर को पा जाऊंगा


अब मन मेरा भटकता नहीं

तुम्हारे सिवा किसी को चाहता नहीं

तुम्हारे अलावा मेरी आंखें किसी को देखती नहीं

तुम्हारे मिलते ही जैसे सदियों की मेरी तलाश पूरी हो गई

अब मैं तुम्हें प्यार भ

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