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सब कुछ सह कर जिंदा है,
दुनिया करती शर्मिंदा है,
पर हमने लड़ने की ठानी है,
दुनिया करती मनमानी है,
मैं सही हूँ, यह मैं जानता हूँ,
गलत निर्णय को नहीं मानता हूँ,
चल निकला हूँ, संघर्ष की राह पर,
दूर है मंजिल, कठिन है सफर,
संघर्ष से राह आसान बनानी है,
हमने झूठ से लड़ने की ठानी है,
मेरा सच हमेशा मेरे साथ है,
आत्म संतुष्टि की क्या बात है,
झूठ से अब मैं घबराता नहीं हूँ,
परेशानियों से मैं डर जाता नहीं हूँ,
आत्म मंथन है, आत्म ग्लानि नहीं,
खोज लेंगे जीवन की राह नई|
"बेचैन"
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