Share0 Bookmarks 210422 Reads0 Likes
फूल दिल तक़दीर में आए बहुत
पर हमें पत्थर के मन भाए बहुत
राह के काँटों से रक्खा राबता
पाँव के छाले भी शरमाए बहुत
नक़्श देखे रोज़ उसके इक वही
आइना अपने पे
No posts
No posts
No posts
No posts
फूल दिल तक़दीर में आए बहुत
पर हमें पत्थर के मन भाए बहुत
राह के काँटों से रक्खा राबता
पाँव के छाले भी शरमाए बहुत
नक़्श देखे रोज़ उसके इक वही
आइना अपने पे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments