
Share0 Bookmarks 52 Reads1 Likes
ऐसे भी ग़म होते हैं जो दिल में घर कर जाते हैं
घर की चाहत रखने वाले यूँ ही बेघर जाते हैं
मुद्दतों ना हाल पूछा, दिल में बस रक्खा गुमां
ख़्वाब आँखों की सतह पे ऐसे ही मर जाते हैं
तुम वो पहले शख़्स कब हो, लोग ऐसे ही मिले
क़ुर्बतों का वादा कर के दूर अक्सर जाते हैं
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments