Share0 Bookmarks 44205 Reads1 Likes
काला अथवा सफ़ेद होने लगा
कैसे रंगों में मतभेद होने लगा ,
बंट गया अधिकार हर्षोल्लास का
त्यौहारों का संधि-विच्छेद होने लगा ,
किसी जश्न में न्याय शामिल नहीं होता
जबसे सत्य के दीवारों पर छेद होने लगा
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments