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क्या भरोसा में भरोसे पर डरता हूं kya bharosa main bharose par darta hun bps Thakur
May 30, 2022Share0 Bookmarks 49401 Reads1 Likes
।। नज़्म ।।
क्या भरोसा में भरोसे पर डरता हूं
गले मिलने वालो से डरता हूं।
कोई दामन कोई उंगली कोई घर
छोड़कर गया में धागों से डरता हूं।
कल की बात है मेरे घर खुशियां ही थी
चिड़िया उड़ ना जाए हवा से डरता हूं।
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