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चाहतों का बसेरा अब कहां होता हैं

Ayush KumarAyush Kumar August 8, 2022
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चाहतों का बसेरा अब कहां होता हैं
वो जहां होते है सब तबाह होता हैं

एक दफा दिल की सुन कर वफा कर लिया
गमों की नुमाइश अब झूठी हँसी से होता हैं

कुछ ज्यादा ही अच्छे थे हम अपने किरदार में
मगर ज्यादा अच्छा होना भी बुरा होता हैं 

मेरे हालातों से नाप लेती हैं दुनिया मुझे
यहां झूठी दिखावे

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