Share0 Bookmarks 216883 Reads4 Likes
थका मुसाफिर कड़ी धूप में
घनेरी छांव तुम हो
लौटना चाहूँ हर बार जहाँ
वो गाँव तुम हो
राही हूँ, पर राह भूला हुआ
मेरी दिशा तुम हो
No posts
No posts
No posts
No posts
थका मुसाफिर कड़ी धूप में
घनेरी छांव तुम हो
लौटना चाहूँ हर बार जहाँ
वो गाँव तुम हो
राही हूँ, पर राह भूला हुआ
मेरी दिशा तुम हो
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments