मैं अकेला कहां हूं's image
Poetry1 min read

मैं अकेला कहां हूं

aswal.kpaswal.kp May 4, 2022
Share0 Bookmarks 31066 Reads0 Likes

कभी है बना मौन मेरा सहारा।

कभी गीत संगीत से प्रेम सारा।

मिले वेदना या हँसी का सवेरा।

अकेला चला मैं घना हो अँधेरा।


तुम्हे क्या पता मैं अकेला कहाँ हूँ।

जहां रश्मियां हैं जगी मैं वहाँ हूँ।

पड़ी दूब में ओंस की बूँद मुक्ता।

मुझे नींद से है जगाती अनंता।


बह

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts