क़िताब's image
क़िताब के पन्नों सा खुलता जा रहा हूँ,
जाने किस-किस के हाँथ लगता जा रहा हूँ,
कुछ के आँखों की दीद मिल रही है,
कुछ के अधरों में घुलता जा रहा हूँ।

#क़लम✍

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