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बीत रही है हमारी तो, हर रोज जिंदगी,
पर उन्हें तो अपनी, उसके साथ ही बितानी है,
इक रोज़ हाँथ पकड़कर, किया था सात जन्मों का वादा,
अब सात जन्मों की कहानी, चंद शब्दों में सुनानी है।
मेरा क्या ? हर
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