विश्व गुरु जब बनकर उभरा
तब आत्मनिरभरता आयी है
स्मार्ट सिटी बन सब पूर्ण हुई
जो देश मे स्वछता लायी है
गाँव झोपडी जब महल बने
तब गाँव मे खुशियां आयी है
इसी विकास को देख जनता
अंखियां आँसू भर लायी है
स्मार्ट गाँव ने रहने की अबतो
जनता ललक होड़ को लायी है
कोरो
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