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हमारी कोई गलती न थी

ashish.kumarmomashish.kumarmom October 13, 2021
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अपनी सख्सियत, किसी से मिलती न थी..,

थी दिल में खिड़की, पर खुलती न थी..I

हम थे अपने दिल के ही मालिक..,

किसी की भी हमपे, चलती न थी..II


मिला एक वो , सख्सियत बदल गयी..,

बंद थी जो खिड़की, वो खिड़की खुल गयी..I

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