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ना चाहते हुए भी
वे छोड़ कर गए हमें
शायद उनकी मजबूरी थी
या कहूँ तो मेरे विधाता की मर्जी थी,
पकड़ उंगली चलना सिखाया था मुझको
डांटकर ज़िन्दगी में जीना सिखाया था मुझको
पढ़ा लिखा काबिल बनाया मुझको
पैरों पर खड़ा कर जिम्मेदार बनाया मुझको
सब कुछ सिखाकर ना जाने क्यों छोड़ गए वे मुझको,
किससे कहूँ और कैसे कहूँ और कहां कहूँ
अपने आँसू छुप छुपाए फिरते हैं हम
आपके बाग का फुल था मैं
मुरझाया मुरझाया फिरता हूँ मैं
काश तुम वापस आ जाते
या थोड़ी देर और ठहर जाते,
कैसे कहूँ पापा
तुम मुझे छोड़ कर ना जाते,
कागज पर हम स्
वे छोड़ कर गए हमें
शायद उनकी मजबूरी थी
या कहूँ तो मेरे विधाता की मर्जी थी,
पकड़ उंगली चलना सिखाया था मुझको
डांटकर ज़िन्दगी में जीना सिखाया था मुझको
पढ़ा लिखा काबिल बनाया मुझको
पैरों पर खड़ा कर जिम्मेदार बनाया मुझको
सब कुछ सिखाकर ना जाने क्यों छोड़ गए वे मुझको,
किससे कहूँ और कैसे कहूँ और कहां कहूँ
अपने आँसू छुप छुपाए फिरते हैं हम
आपके बाग का फुल था मैं
मुरझाया मुरझाया फिरता हूँ मैं
काश तुम वापस आ जाते
या थोड़ी देर और ठहर जाते,
कैसे कहूँ पापा
तुम मुझे छोड़ कर ना जाते,
कागज पर हम स्
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