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कुछ उम्मीदें टूट सी गयी ।
दिल कुछ हताश सा हुआ ।
ज़िन्दगी का रुख ,
कुछ चंद घंटों में पलट सा गया ।
अब ना बदल सकता है तू,
ना भूला सकता है इसे।
छोड़ के इन रहो को,
एक नई राह तू चुन।
कुछ नई तरंगो से,
एक नया सपना तू बून।
~असीम
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