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तुम्हारे साथ मैं खुद को बहुत सुरक्षित महसूस करती हूं,
यह कोई ढोंग नहीं है, यह कहने की मैं हिम्मत रखती हूं।
तुम ही मेरी ताकत हो, तुम ही मेरी कमजोरी भी हो,
इसमें कोई शक नहीं कि मैं अपने सपने और उम्मीदें तुमसे बाँट सकती हूं।
तुम्हारे साथ मैं हँस भी सकती हूं, रो भी सकती हूं क्योंकि तुम मुझे समझते हो।
मेरे आंसू और मनोदशा दोनों को तुम बेहतर समझते हो।
तुम्हारे साथ तो मैं तारे भी गिन सकती हूं, गाना भी गा सकती हूं,
अपन
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