
तुम्हारे साथ मैं खुद को बहुत सुरक्षित महसूस करती हूं,
यह कोई ढोंग नहीं है, यह कहने की मैं हिम्मत रखती हूं।
तुम ही मेरी ताकत हो, तुम ही मेरी कमजोरी भी हो,
इसमें कोई शक नहीं कि मैं अपने सपने और उम्मीदें तुमसे बाँट सकती हूं।
तुम्हारे साथ मैं हँस भी सकती हूं, रो भी सकती हूं क्योंकि तुम मुझे समझते हो।
मेरे आंसू और मनोदशा दोनों को तुम बेहतर समझते हो।
तुम्हारे साथ तो मैं तारे भी गिन सकती हूं, गाना भी गा सकती हूं,
अपने गहन विचारों को तुम्हारे प्रत्यक्ष कर सकती हूं,
क्योंकि मुझे पता हेै कि उनके लिए भी तुम्हारे दिल में जगह है।
तुम्हारे साथ मैं पागलों की तरह हँसती हूं,
सारी समस्यायें तुम्हारे सामने कह देती हूं,
क्योंकि तुम्हें परवाह है मेरी, मेरे विचारों की,
और मुझसे जुड़ी हर परेशानी की।
मेरा सबसे खुशनुमा समय हो तुम, मेरा सब कुछ हो तुम
मेरे लिए तुम बहुत खास हो, और मुझे बस यही कहना है कि
मेरे लिए तुम काफी हो।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments