
Share0 Bookmarks 42 Reads0 Likes
मेरा प्यार सच्चा और पवित्र है
न तो सतही और न ही स्वार्थी है,
यह एक वास्तविक अनुराग है, स्नेह है,
एक गहरी सोच है, किसी के प्रति चिंतित होना है।
मैने प्यार के लिए कभी अभियाचना नहीं की,
मैने प्यार का हमेशा अर्पण किया है।
मेरा प्यार निष्कपट एवं परोक्ष है।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments