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“ खुशनसीब हैं...
वो हवाएँ, जो तुम्हारी जु़ल्फों को संवारती हैं...
वो धूप, जो तुम्हारे चाँद से चेहरे को निखारती है...
वो पानी, जिसे तुम्हारा स्पर्श प्राप्त है...
वो सब, जो तुम्हारे आस पास है...
सिवाय इन आँखों के, जो तुम्हारे दीदार को तरसती हैं ।। ”
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