मै निकला था शहर में अपना गांव ढूंढने,
वीरानो में कुछ यार ढूंढने।
मिला सबक ए जिंदगी बस इतना कि,
कौन ठहरता भला, उम्र भर के लिए।
~कृष्णा आरेसा
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