दास्तां's image
Share0 Bookmarks 33 Reads1 Likes

अब इससे भी क्या मुकम्मल दास्तां लिखेंगे हम,

किस्सा हुस्न का और दर्द परवाने का लिखेंगे हम|


तारीख पढ़ने वाले, उन आशिकों की खुद ब खुद समझ जाएंगे,

जब उन जले हुए दिलों का बुझा हुआ हिस्सा लिखेंगे हम|


No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts