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सब और अंहकार के घरोंदे है,
मैं मैं सुबह शाम जो करता हूँ,
ईश्वर कृपा करे,
मेरा ये भ्रम भी मुझसे दूर हो जाए,
हर कोने में बची सुक्ष्म मैं मैं भी,
तू ही तू हो जाए |
~ अंकुर अग्रवाल
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सब और अंहकार के घरोंदे है,
मैं मैं सुबह शाम जो करता हूँ,
ईश्वर कृपा करे,
मेरा ये भ्रम भी मुझसे दूर हो जाए,
हर कोने में बची सुक्ष्म मैं मैं भी,
तू ही तू हो जाए |
~ अंकुर अग्रवाल
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