
Share0 Bookmarks 331 Reads7 Likes
बहुत शिकायतें थी उनसे
लेकिन शौर्य न थी जताने की,
सबब से भी अज्ञान था मैं प्रणयी,
अब शिकायतें करने लगी हमसे।
उलझने सताती है, क्या यही प्यार है?
अब यही शिकायत रह गई उनसे।
~अंकित
लेकिन शौर्य न थी जताने की,
सबब से भी अज्ञान था मैं प्रणयी,
अब शिकायतें करने लगी हमसे।
उलझने सताती है, क्या यही प्यार है?
अब यही शिकायत रह गई उनसे।
~अंकित
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments