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मेरे पतझड़ और बसन्त

Anita Singh SabharwalAnita Singh Sabharwal January 30, 2023
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मेरे लिए पतझड़ होता है
जब मेरे मनपसंद फूल की 
पत्तियां गिरती हैं
जब मेरी पसन्दीदा किताब 
खत्म होती है
जब सब होते हैं लेकिन कोई 
बात करने वाला नहीं होता
फिर भी मैं हवाओं में उड़ती हूँ
बहती हूँ नदिया के साथ

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