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जरा ध्यान से सुनो
ये दिवारे, ये सन्नाटे
कुछ कहते है
जरा ध्यान से सुनो।
लब्ज़ आते जाते है
जरा ध्यान से सुनो।
कहते है जिसे आहट
हो सकती है वो किसी की चाहत
जरा ध्यान से सुनो।
ये चिड़ियों की चहचहाहट
ये पत्तो की सरसराहट
उनमें बसी ये प्यार की गुनगुनाहट
जरा ध्यान से सुनो।
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