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कभी आ भी जाना
बस वैसे ही जैसे
परिंदे आते है आंगन में
या अचानक आ जाता है
कोई झोंका ठंडी हवा का
जैसे कभी आती है सुगंध
पड़ोसी की रसोई से
आना जैसे बच्चा आ जाता
है बगीचे में गेंद लेने
या आती है गिलहरी पूरे
हक़ से मुंडेर पर
जब आओ तो दरवाजे पर घंटी मत बजाना
पुकारना मुझे नाम लेकर
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