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कुछ तुम चुन लाना कुछ हम सजाते है
आओ मिलकर यादें बनाते हैं
हंसकर मै कभी तुम्हे बेचैन कर दूंगा तो तुम कभी मुझे ,शर्मा कर
कभी बिन बोले ही प्यार कर लेना और कभी पूरे जहाँ को दिखा कर
आओ रात के अँधेरे में खुशियों के सितारे सजाते हैं
चलो मिलकर यादें बनाते है.
तुम रूठ जाना मुझसे मै भी तुमसे कभी खफा हो जाऊंगा
कभी रख के नाराज़ ही तुम्हे तुम्हारा ही भोलापन दिखाऊंगा
आओ इक दूसरे की नाराज़गी का हिस्सा ब
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