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दिल की दुकां में यूं तो ख़सारा था उन दिनों
फिर भी वो एक शख़्श हमारा था उन दिनों
दुनिया के पास उसका कोई भी बदल नहीं
जो वक़्त तेरे साथ गुज़ारा था उन दिनों
जाने कहाँ भटक रहीं होंगी वो आजकल
तन्हाइयों को मेरा सहारा था उन दिनों
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