एक घर के दो कमरे's image
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes
एक घर के दो कमरे

एक कमरे में थाली
भर के मछली भात,

एक कमरे में
गिनी हुयी रोटियाँ।

एक घर के दो कमरे

एक कमरे में आसमान
आज़ादी के रंगो का,

एक कमरे में पायल पहनी 
डर और निराशा
की गुड़िया।

एक घर के दो कमरे 

एक में कोलाहल, उत्सव 
अगले उत्तराधिकारी का,

दूसरे में डर, शंका 
पेट में पल रहे अनहोनी का।

एक घर

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts