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ईश्वर बस इतना एहसान कर
कि ये बला टल जाए,
सबका परिवार सलामत रहे
और हमारा भी संभल जाए।
टूट रही है जिन्दगी की सासों की डोर,
ये मौत की हवा किसी तरह बदल जाए।
बीमारी भूख गरीबी फैली है हर
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