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मेरे हुनर की इस दुनिया से तुलना ना करो,
मैं कोई कवि नहीं हूँ, मैं कोई शायर नहीं हूँ,
मेरा अलग अंदाज़ है, मेरी अपनी पहचान है,
इसे घमंड मत समझना, ये मेरा स्वाभिमान है,
मैदान-ए-जंग में वीरता के किस्से मशहूर हैं हमारे,
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