मैं कोई कवि नहीं हूँ...'s image
Share0 Bookmarks 43885 Reads1 Likes

मेरे हुनर की इस दुनिया से तुलना ना करो, 

मैं कोई कवि नहीं हूँ, मैं कोई शायर नहीं हूँ, 


मेरा अलग अंदाज़ है, मेरी अपनी पहचान है, 

इसे घमंड मत समझना, ये मेरा स्वाभिमान है, 


मैदान-ए-जंग में वीरता के किस्से मशहूर हैं हमारे, 

<

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts