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हमने हमेशा दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया है,
इसे हमारी कमजोरी का इज़हार ना समझा जाए,
ब्रहास्त्र और दिव्यास्त्र हमारे तरकश में भी बहुत हैं,
हमें बिना धार की तलवार ना समझा जाए,
इरादों और हौसलों के फौलाद का ये मजबूत किला है,
इसे सिर्फ ईट-पत्थर की दीवार ना समझा जाए,
अभिनंदन
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