Share0 Bookmarks 45180 Reads0 Likes
जो बिछड़े हैं आज,
तो कल फिर मिलेंगे,
जो नज़र न आए आस-पास,
तो दूर कहीं ख़्यालों में मिलेंगे,
कभी जवाबों मे मिलेंगे,
तो कभी सवालों में मिलेंगे,
कभी सुनी-अनसुनी बातों में मिलेंगे,
तो कभी कहे-अनकहे ज़ज़्बातों में मिलेंगे,
कभ
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments