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कुछ जज़्बात ऐसे भी हैं जो,
लफ्ज़ों में किसी को दिखा नहीं सकते,
ऐसा कुछ भी किसी से कहिए मत,
जिसे आप निभा नहीं सकते,
आपका साथ मुझसे,
कुछ ऐसे है छूटा,
बेवजह ही मानो,
कोई मुझसे है रुठा,
अच्छे-ख़ासे जुड़े थे मगर,
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