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तु खुद हीं जुदा हो जा मुझसे अब यही बेहतर है
इश्क़ किया था तुझसे नफरत मुमकिन नहीं होगी
तेरे यादों का आशियाँ बनाए बैठे है हम कब से
प्यार के दुनिया को जलाने की हिम्मत नहीं होगी
कैसे करूँ नफरत तुझसे, बता ऐ ज़िंदगी
तुझे भूलने की हमसे कोशिश भी नहीं होगी
अब तु ही मेरी मोहब्बत को कर दे बदनाम
तुझे बदनाम करने की जुर्रत हमसे नही
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