Share0 Bookmarks 31165 Reads0 Likes
अबके बरस जो आओगे, तो सावन सूखा पाओगे
सूख चुके इन नैनों को तुम, और भींगा ना पाओगे
और अगर तुम ना आए, प्यास ना दिल की बुझ पाए
पत्थराई नैनों सा फिर, दिल पत्थर ना हो जाए
अबके बरस जो आओगे, बसंत शुष्क सा पाओगे
मन के उजड़े बागीचे में, एक फूल खिला ना पाओगे
और अगर तुम ना आए, अटकी डाली ना गिर जाए
सूखे मुरझाए मन को मेरे, पतझर हीं ना भा जाए
अबके बरस जो आओगे, सर्दी में तपते रह जाओगे
मगर गरम रज़ाई में, मेरा एहसास ना पाओगे
#ग़ज़ल#शेर#मुक्तक#गीत#कहानी#छंद#विरह#देशप्रेम#छोटी_कविताएं#प्रेम_कहानी#ड्रामा#ससपेंस#कुमार_विश्वास#जौन_एलिआ#मुनव्वर_राणा#विलाप#ttps://www.facebook.com/aman.sinha.7946281 https://www.instagram.com/amansinha2011/ https://www.linkedin.com/in/aman-sinha-93a01553 https://twitter.com/amansinha2011 https://storymirror.com/profile/8vkao18h/aman-sinha https://hindi.pratilipi.com/user
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments