Share0 Bookmarks 48798 Reads3 Likes
जो किसी बुझते हुए दीपक को पल भर रोशनी दे
जो किसी मृत स्वप्न को झंकृत करे और रागिनी दे
जो किसी की वेदना को हाथ भर आकाश दे दे
जो किसी मृतप्राय के सम्मुख क्षणिक विश्वास दे दे
ओ कवि लेकर कलम को
ऐसे कुछ संवाद लिख दे
चाहे मेरे सामने या चाहे मेरे बाद लिख दे ।
लिख दे कुछ ऐसा जो धरती और गगन को एक कर दे
लिख दे कुछ ऐसा कहीं पर जो किसी का शून्य भर दे
लिख दे कुछ ऐसा की जिसको शिशु भी सुनकर मु
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments