Share0 Bookmarks 47316 Reads1 Likes
प्रेम के दृश्य सुंदर तो देखे कई,
प्रेम में दृश्य सुंदर तो देखे कई,
माँ की ममता से ऊपर कोई भी नहीं।
माँ का करुणा भरा सा है जो मृगनयन,
आजतक कोई दूजा नयन ही नहीं।।
माँ के पायल सी कोई, दिव्य झंकार हो
वो आभूषण अभीतक बने ही नहीं।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments